RBI ने PayTM को बैन कर दिया है तो अगर आपके पास PayTM का वॉलेट है, सेविंग अकाउन्ट है, या PayTM का फास्ट टैग है तो ये सब कुछ बंद हो जाएगा। 29 February 2024 से तो ये ब्लॉग देखते रहिए क्योंकि इस ब्लॉग में आपको सब कुछ पता चलेगा।
RBI ने क्या बोला है? PayTM क्या बोल रहा है? और अगर आप PayTM इस्तेमाल करते हो तो आपको क्या क्या अक्शॅन्स परफॉर्म करना है ताकि आपका जो पैसा है आपको फाइनैंशल लॉस ना हो और आप अपना पैसा इसिली अच्छी तरीके से निकाल पाए।
31 जनवरी 2024 को आर बी आई ने एक प्रेस रिलीज़ किया है। इसमें बताया है की PayTM की जो पेमेंट बैंक की सर्विसेज होती है, उसमें अब आप डेपॉज़िट नहीं कर पाओगे 29 फरवरी 2024 से।
तो आपका फास्ट टैग वॉलेट (Fast tag), एन पी सी आई (NPCI), यु पी आई (UPI) सारी चीज़े यहाँ पे बंद हो जाएगी। तो मैं आपको बताऊँ क्या क्या चीज़े होने वाली है उसके पहले एक छोटा सा ब्रीफ देख लेते है।
Category | Information |
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Trade Name | One 97 Communications Paytm Ltd. |
Company Type | Public |
Traded as | NSE: PAYTM, BSE: 543396 |
ISIN | INE982J01020 |
Industry | Financial technology, E-commerce |
Founded | August 2010; 13 years ago in New Delhi, India |
Founder | Vijay Shekhar Sharma |
Headquarters | Noida, Uttar Pradesh, India |
Areas Served | India, Japan |
Key People | Vijay Shekhar Sharma (CEO) |
Products | Paytm Insider, Paytm Payments Bank, Paytm Money, PayPay, Paytm Insurance, Paytm First Games |
Services | Payment system, Mobile payments |
Revenue | ₹7,990 crore (US$1.0 billion) (FY23) |
Operating Income | ₹−1,730 crore (US$−220 million) (FY23) |
Net Income | ₹−1,568 crore (US$−200 million) (FY23) |
Owners | Vijay Shekhar Sharma (8.92%), Ant Group (24.88%), SVF India Holdings (Cayman) Ltd (17.46%), Saif Iii Mauritius Company Ltd (10.59%), Axis Trustee Services Ltd (4.77%), Bh International Holdings (2.41%), Canada Pension Plan Investment Board (1.71%) |
Members | 350 million (FY19) |
Parent Company | One97 Communications |
Website | paytm.com |
PayTM की शुरुआत कहां से हुई:
PayTM स्टार्ट कहा से हुई, तो अगर इस PayTM का नाम हो सकता है आपने कुछ सालो पहले सुना हो, लेकिन ये कंपनी 2009 में स्टार्ट हुई थी। उसके बाद इन ने सबसे पहले अपने पेमेंट गेटवे स्टार्ट किये थे 2012 में।
यहाँ पे ये सिर्फ मोबाइल रिचार्ज बेचती थी। फिर धीरे धीरे उनको समझ आया की क्यों ना अपन इसके अंदर वॉलेट सिस्टम लाया जाये तो 2014 में पेटियम ने अपना एक वॉलेट सिस्टम लॉन्च किया, जिसमे आप पैसे ऐड कर सकते हो अपने बैंक अकाउन्ट से, फिर वॉलेट टु वॉलेट किसी को भी ट्रांसफर कर सकते हो।
फिर इनको समझ आये की यार ये पर्सनल हो रहा है क्यों ना इसको अपन कमर्षियल लेके जाए ! याने की शॉप ओनर को अपने क्यू आर (QR CODE)कोड दे दे, तो कस्टमर जायेगा सो वो पैसा कस्टमर के PayTM के वॉलेट से निकल के QR CODE के जरिए उस दुकानदार के पास चला जायेगा। तो 2017 में सबसे बड़ा जम्प मारा जहा पे इन ने पेमेंट्स बैंक का एक लाइसेंस ले लिया।तो ये पूरी जर्नी रही है PayTM की।
इसमें से जो ये पेटीएम पेमेंट्स बैंक है, इसको रेड अलर्ट पे रख दिया गया, आर बी आई ने और बोल दिया है कि बॉस आपकी इसके अंदर जितनी सर्विसेज आती है वो सब बैन हो जाएंगी।
PayTM की कंपनी कितनी है?:
तो अब समझ लेते हैं इनकी कंपनीस कितनी है? तो इनकी पेरेंट कंपनी का नाम है One97 कम्यूनिकेशन लिमिटेड। इसको ये बोलते हैं। ओ सी एल (OCL)। इसके अंदर आप बोल सकते हो, चाइल्ड है या एसोसिएट कंपनी है, वो है पेटियम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PayTM Payment Bank Limited) जीसको बोला जाता है पी पी बी एल (PPBL)।
अब समझते हैं कि पेमेंट्स बैंक के अंदर क्या क्या सर्विसेज पेटीएम देता है। पहला तो जो आपको वॉलेट सिस्टम दिया गया है वो उसने पहले स्टार्ट किया था। विथाउट बैंकिंग लाइसेंस
के तो वो डाइरेक्टली देता था, लेकिन बाद में नए रेगुलेशंस की वजह से। इसको पेमेंट्स बैंक के अंदर वॉलेट बनाना पड़ा। तो जो PayTM का भी आपके पास वॉलेट चल रहा होगा वो इसी बैंक के लाइसेंस के अंदर आता है।
PayTM की किस-किस सर्विसेज पर असर पड़ेगा:
अब आपने अगर एक सेविंग अकाउन्ट खोला होगा, करेंट अकाउन्ट खोला होगा पेटीएम पेमेंट्स बैंक का, तो वो भी इसके अंदर आएगा। वो भी सर्विसेज आपकी इफेक्ट होंगी। फास्ट टैग अगर आपकी गाड़ी पे लगा हुआ है आपकी गाड़ी पे पेटियम पेमेंट्स बैंक का फास्टैग लगा हुआ है तो यहाँ पे आपको वापस से दिक्कत आने वाली है और अगर आप यु पी आई ट्रांसक्शन करते है वैसे देखे जाए तो यु पी आई आप किसी भी ऍप से कर सकते हो, लेकिन इनका जो @ करके आता है PayTM@ या PayTMPaymentBank@ करके, तो वो वाली चीज़ बस बंद हो जाएगी।
बाकी जो आपका मेन अकाउन्ट जो भी लिंक रहेगा वो तो आप दूसरी ऍप से भी कर पाओगे।तो यु पी आई में तो इतना दिक्कत नहीं है। लेकिन मेन दिक्कत आपको आने वाली है फास्टैग में और वॉलेट में।अब सर्विस देखते है जो इस बैंक के अंदर नहीं आती है, लेकिन PayTM की पेरेंट कंपनी प्रोवाइड करती है।तो एक चीज़ का ध्यान रखिए। पेटियम की जो ऍप है वो आती है अंडर One97 कम्यूनिकेशन लिमिटेड। तो उसके अंदर दुनिया भर की चीजें भरी पड़ी है।
लेकिन उसके अंदर कुछ चीजें हैं जो पेटियम पेमेंट्स बैंक के थ्रू आपको PayTM ऍप में मिलती है तो अब जैसे आर बी आई ने बोला है कि पेटियम पेमेंट्स बैंक का हम लाइसेंस जो है वो उसको होल्ड पे रख रहे। तो इसके अंदर जितनी सर्विसेज है वो सब इफेक्ट हो जाएँगी। लेकिन इसके बाहर जितनी सर्विसेज है वो अभी भी PayTM देता रहेगा।
तो बाहर की सर्विसेज हो गई, लोन्स की हो गई, इन्षुरेन्स हो गया, म्यूच्यूअल फण्ड हो गया, मनी ऍप हो गई। अब यहाँ पे आर बी आई का ये कहना है कि PayTM पेमेंट्स बैंक लिमिटेड ने हमारी बहुत सारी कंप्लेंट्स जो होना चाहिए एक बैंक की, वो फॉलो नहीं करते हैं। हमने बहुत बार उनको बोला लेकिन उन्होंने नहीं फॉलो किया तो उन्होंने रेस्ट्रिक्शन लगा दी। क्या लगा दिए कि अब आप कोई भी डेपॉज़िट या क्रेडिट ट्रांसक्शन या टॉप अप ये नहीं कर सकते हैं फरवरी 29 के बाद।
290फरवरी 2024 के बाद कोई भी डेपॉज़िट अलाउड नहीं रहेंगे। विथड्रावल तो अभी भी चलते रहेंगे।आप फास्ट टैग यूज़ करते हो, वॉलेट यूज़ करते हो, कार्ड्स यूज़ करते हो, प्रीपेड वाले तो उसमें आप टॉप अप नहीं कर पाएंगे। लेकिन जो एग्ज़िस्टिंग बैलेंस होगा तो जब तक आपके पास एग्ज़िस्टिंग बैलेंस पड़ा हुआ है, वॉलेट में वो फास्ट टैग तब तक चलता रहेगा पर जैसे ही आपका पूरा वॉलेट बैलेंस खत्म हो जाएगा तो फिर या तो आप फास्टैग चेंज कर लीजिए या अभी मैं आपको बताता हूँ PayTM क्या बोल रहा है इसके बारे में?
PayTM के प्रमोटर्स क्या कह रहे हैं?:
अब जैसे ही ये सर्कुलर आया, शेयर मार्केट को पता चला तो भैया 20% तो अभी ही डाउन हो गया। एक ही दिन में अब पता नहीं कितना और नीचे जाने वाला है। यहाँ पे बहुत सारी चीजें और चलेगी। इनके जो प्रमोटर है उन लोगों ने भी अपने शेयर बेचना स्टार्ट कर दिए, डंपिंग स्टार्ट कर दी तो बहुत सारी अफवाह फैलने लगी।जैसे ही ये सर्कुलर आया जैसे ही अफवाह फैली PayTM भी आया उसका बचाव करने, तो रात को डेढ़ बजे PayTM ने एक पोस्ट किया अब हम वो समझते हैं।
इसमें ये बोल रहे हैं कि जो हमारा पेमेंट्स बैंक है वो एक एसोसिएट है। इनकी मेन कंपनी 197 कीऔर जो डायरेक्शन आया है आर बी आई का वो सिर्फ पेमेंट्स बैंक की सर्विसेज पे आया है। इनकी मेन सर्विसेज पे नहीं आया है तो इनका कहना है की कोई भी एक पेमेंट गेटवे होता है। वो अलग अलग बैंक के साथ टाई अप करता है और फिर सर्विसेज देता है। PayTM मानता है की पेमेंट्स बैंक के अंदर जितनी सर्विसेज आती है उसमें लिमिटेशन है। लेकिन अभी भी उनकी मेन कंपनी चालू है। मेन ऍप चालू है PayTM।तो इनका कहना है अब हम हमारे बैंक की जगह दूसरे बैंक से टाई अप कर लेंगे।
और जो फसिलिटी हम इस बैंक के थ्रू देते थे। जैसे फास्ट टैग, वॉलेट, सेविंग अकाउन्ट वो दूसरे बैंक से टाई अप करके अभी भी आपको देते रहेंगे। तो आपकी कोई भी सर्विसेज इफेक्ट नहीं होगी। ऐसा इनका कहना है।
और यहाँ पूरे नोटिफिकेशन में यही चीज़ उन्होंने बोली है की अब हम क्या करेंगे? हमारी पेरेंट कंपनी को बोलेंगे की और प्राइऑरटी पे दूसरी बैंकरों के साथ अपने टाई अप स्टार्ट कर ले ताकि जो सर्विसेज बंद होने जा रही है। फरवरी 29 से आर बी आई के साथ, तो वो आटोमेटिकली दूसरे बैंक में शिफ्ट कर देंगे ताकि आपकी जो सर्विसेज चल रही है वो एक तरह से बोल सकते हो। ग्रे हेड सर्विसेज में चला लेंगे। यानी की फास्ट टैग, वॉलेट, यु पी आई, क्यू आर साउंड बॉक्स, पेमेंट गेटवे ये सारी सर्विसेज अब क्या करेंगे ये
PayTM पेमेंट्स बैंक के अंदर चल रही थी, इसको हटा के ये सारी सर्विसेज दूसरे बैंक के साथ टाई अप कर लेंगे और PayTM वैसे भी सर्विस प्रोवाइडर है। पहले से बैंक तो उसने उसके अंदर एक अलग से एंटिटी बना ली थी। जिसपे सारा सिस्टम हो गया।
ये सारा तो उसका कहना है की पेटियम ऍप हमारी चालू रहेंगी। फास्ट टैग ओर और भी सर्विस हम चालू रखेंगे। हम बस ये करेंगे की, जो चीजें इस बैंक से चल रही थी, इसकी जगह हम दूसरे बैंक से टाई अप कर लेंगे। येस बैंक (Yes Bank) से, आई सी आई सी आई (ICICI) बैंक से, एच डी ऐफ़ सी (HDFC) बैंक से जिनके पास प्रॉपर लाइसेंस है, सारे कम्प्लाइंड्स वो फॉलो कर रहे है आर बी आई के। और आपको ये सर्विसेज हम अच्छी तरीके से देंगे, ऐसा इनका कहना है।
अब कहना, टाई अप करना, फिर आप तक वो चीजें पहुंचना और आप जब एक टोल टैक्स पे खड़े रहो तो आपका फास्ट टैग चलता रहे। तो ये चीज़ होगी की नहीं, ये तो आपको आने वाले दिनों में पता चलेगा।
PayTM अब आपको क्या करना चाहिए?:
लेकिन मुझसे अगर आप पूछो की भाई अब हमें क्या करना चाहिए? तो बॉस आपको ये चीजें करना चाहिए। सबसे पहले 29 फरवरी के पहले अगर आपके पास PayTM का वॉलेट है, पैसे है, उसको अपने जेनरिक बैंक एस बी आई (SBI), एच डी ऐफ़ सी (HDFC) जो भी आपका दूसरा बैंक होगा उसमें रिडीम कर लीजिए।
उसके बाद PayTM पेमेंट्स बैंक में अगर आपका अकाउन्ट है उसमें आपने सेविंग, करेंट अकाउन्ट या सैलरी अकाउन्ट खुला है तो उसके अंदर भी जितना पैसा है उसको भी आप ट्रांसफर कर लीजिए अपने दूसरे बैंक में। और ये बैंक अकाउन्ट कहीं भी आपने लिंक करके रखा है कि इसमें पैसा आता है तो वो भी हटा दीजिए क्योंकि 29 के बाद वो पैसा अगर कोई डालेगा भी तो वो रिवर्स हो जाएगा। वो नहीं मिलेगा। हो सकता रिवर्स होने में टाइम लग जाए, आपका पैसा फंस जाए।
और जो पेटियम का फास्ट टैग है वो भी अगर आप इसका चला रहे हैं तो मेरा सजेशन रहेगा कि आपके बैंक के पास जाइए और उनको बोलिए कि भाई हमें आप अपने बैंक का ही हमको फास्टैग दे दीजिए ताकि वो पैसा आपके बैंक से ही कटता रहे। आपको इतना घूमा के नहीं कटाना पड़े कि बैंक से पहले आप PayTM के वॉलेट में डालते हो और फिर पेटियम के वॉलेट से वह फास्टैग में कटता है।
तो आजकल सारे बैंक अपने फास्टैग देने लग गए हैं। तो जो भी आपका जेनरिक बैंक है उसमें जाइए उसका फास्टैग डायरेक्ट गाड़ी पर लगाइए और अपना मस्त इंडिया घूमते रहिए।
और अगर आप साउंड बॉक्स यूज़ करते हैं PayTM का अपनी शॉप्स पे, तो मेरा सजेशन रहेगा। वो तो अभी लगे रहने दीजिए, देखते हैं आगे जाके शायद ये बैंकिंग पीछे से चेंज करें। दूसरे बैंक के थ्रू टाई अप करके, वो साउंड बॉक्स चलता रहे। लेकिन बैकअप के तौर पर एक अपने बैंक से भी साउंड बॉक्स ले लीजिए।
आजकल बैंक भी साउंड बॉक्स देते हैं। अगर आपको नहीं पता है तो बैंक की ब्रांच में संपर्क करिए। कांटेक्ट कीजिए उनको बोलिए मुझे बैंक का ही क्यू आर कोड दे दीजिए तो जो भी ट्रांसक्शन होगा डाइरेक्टली आपके बैंक के अंदर ही हो जाएगा और उसमें साउंड बॉक्स भी रहेगा।
तो आपको वो वाली प्रोसेसर भी नहीं करना कि पहले पैसा PayTM के पास जाएगा। फिर PayTM 1-2 दिन बाद आपके बैंक अकाउन्ट में क्रेडिट करेगा यहाँ पे जो भी पैसा आएगा डाइरेक्टली बैंक में ही चला जाएगा। तो वो बीच का जो पेटियम की सर्विसेज है वो हट जाएँगी तो ये चीजें अभी आप कर सकते हो।
अब जाते जाते पेटियम पेमेंट्स बैंक की वेबसाइट मैंने खोली तो यहाँ पे लिखा आ गया India’s most sincere bank is here इतना सिन्सियर है ! तो अब देखते हैं कि आर बी आई का जो रेगुलेशन, रूल्स बना दिए हैं आर बी आई ने इसके ऊपर वो भी ये फॉलो करता है की नहीं।
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