नया साल शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं। कइयों के तो रेज़ोल्यूशन भी शुरू हो गए होंगे, लेकिन उसके पहले सरकार द्वारा किए गए कुछ बदलाव जान लेना जरूरी है क्योंकि ये नहीं जाना तो हो सकता है भारी नुकसान। आज हम एक एक करके जानते हैं उन बदलावों के बारे में |
1. Sim card (सरकारी बदलाव)
पहला है 1 जनवरी 2024 से सिम कार्ड को लेकर बहुत बड़ा बदलाव होने वाला है। टेलिकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट ने एक बहुत बड़ा अनाउंसमेंट किया है कि 1 जनवरी से पेपर बेस्ट केवाईसी वेरिफिकेशन बंद हो जाएंगे। ऐसा करने का रीज़न ये बताया गया है कि इससे प्रोसेसेस स्ट्रीमलाइन हो जाएंगे और साथ में इसे सिम स्वैप वाले फ्रॉड भी कम किए जा सकते हैं। डिपार्ट्मेन्ट के इस डिसिशन से भी सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स काफी खुश थे क्योंकि कहीं ना कहीं इससे उनके कॉस्ट भी रिड्यूस होंगे और फ्रॉड भी कम होंगे।
2 UPI
दूसरा बदलाव जो होने वाला है वो है यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट महीने की मॉनिटरी पॉलिसी के बारे में बात करते समय आरबीआइ गवर्नर ने यूपीआइ की ट्रान्ज़ैक्शन लिमिट में इन्क्रीमेंट की अनाउंसमेंट की। हालांकि ये इन्क्रीमेंट ट्रान्ज़ैक्शन की कैटगरी पर डिपेंड करते है। जैसे की हॉस्पिटल और एजुकेशनल इन्स्टिट्यूशन्स की लिमिट को 1,00,000 से बढ़ाकर 5,00,000 तक कर दिया गया है। इसी तरह से कैटेगरी वाइज ये चेंजेज रिवाइज़ होते रहते है। तो अगर अब किसी को हॉस्पिटल या एजुकेशन इन्स्टिट्यूशन्स में पेमेंट करनी होती है तो उन्हें यहाँ थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
3 Rapo rate
अगला बदलाव जो 4 Credit card वो ये है की रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मॉनिटरी पॉलिसी रिव्यु की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि कमेटी ने फिर से ये तय किया है कि रेपो रेट में कोई चेंजस नहीं किये जाएंगे। अभी फिलहाल रेपो रेट 6.5% है और वहीं रहने वाला है।
इस कमेटी में छह में से पांच लोगों ने इस बात पर अगरी किया कि रेपो रेट चेंज नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही साथ आरबीआई ने विड्रॉल के अकोमोडेशन को भी सेम ही रखने का फैसला किया है। तो इसके बाद यह तो तय है कि अगर आपने कोई लोन ले रखा है तो उसकी नहीं बढ़ेगी तो यहाँ लोन लेने वालों को थोड़ी राहत होगी।
4 Credit card
बात करते हैं अगले बदलाव की जो की है क्रेडिट कार्ड से जुड़ा। अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो ये बदलाव ध्यान से सुनियेगा क्रेडिट कार्ड पर जो ऐन्युअल फी और ट्रांसफर फी लगाते है, उस पर जीएसटी को 8% से बढ़ाकर 9% कर दिया गया है। इसके साथ ही साथ क्रेडिट कार्ड को लेकर आरबीआई ने इन गाइडलाइंस जारी किया है की जब भी कोई बैंक या मल्टिपल बैंक्स आपके क्रेडिट कार्ड के रिपोर्ट के बारे में इन्क्वाइरी करेंगे तो आपके पास मेल पर नोटिफिकेशन आजायेगा। जबकि पहले ऐसा नहीं होता था तो ऐसे में आप उस इन्क्वाइरी को रोक सकते हैं और क्रेडिट स्कोर को गिरने से बचा सकते
5 Mutual fund
अगला बदलाव है म्यूचुअल फंड से जुड़ा हुआ। अगर आपके पास अकाउंट है या आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको 31 दिसंबर से पहले नॉमिनी ऐड करना कंपलसरी है। ऐसा नहीं करने पर पेनल्टी लगाई जा सकती है। हालांकि इस ड्यू डेट को बहुत समय से बढ़ाया जा रहा है, लेकिन इस बार जो लास्ट डेट रखी गई है वो है 31 दिसंबर।
तो आप ये काम भी प्रायोरिटी पर ही कर लें तो इस ब्लॉग में हमने बात की उन पांच बदलाव के बारे में जो 1 जनवरी से लागू हो जाएंगे तो ये काम आप प्रायोरिटी पर जरूर कर लें। इसके अलावा अगर हमसे कोई बदलाव छूट गया हो तो आप हम लोगों को कॉमेन्ट सेक्शन में जरूर बता सकते हैं। आज के लिए हमारी तरफ से इतना ही शुक्रिया।
FAQ
**सवाल: 1. सिम कार्ड पर आए बदलाव क्या है?**
उत्तर: 1 जनवरी 2024 से सिम कार्ड के पेपर बेस्ट केवाईसी वेरिफिकेशन बंद हो जाएंगे, जिससे प्रोसेसेस स्ट्रीमलाइन होगी और सिम स्वैप वाले फ्रॉड कम होंगे।
**सवाल: 2. यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट में क्या बदलाव होने वाला है?**
उत्तर: यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट में इन्क्रीमेंट किया गया है, जैसे हॉस्पिटल और एजुकेशनल इन्स्टिट्यूशन्स की लिमिट को 1,00,000 से 5,00,000 तक बढ़ाया गया है।
**सवाल: 3. रेपो रेट में क्या बदलाव हुआ है?**
उत्तर: रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है, और इसे 6.5% पर बनाए रखा गया है।
**सवाल: 4. क्रेडिट कार्ड पर क्या बदलाव हुआ है?**
उत्तर: क्रेडिट कार्ड पर ऐन्युअल फी और ट्रांसफर फी पर जीएसटी को 8% से 9% कर दिया गया है, और आरबीआई ने इन गाइडलाइंस के तहत इनक्वाइरी पर मेल प्राप्त करने की सुविधा बढ़ाई है।
**सवाल: 5. म्यूचुअल फंड से जुड़े बदलाव क्या हैं?**
उत्तर: 31 दिसंबर से पहले म्यूचुअल फंड में नॉमिनी ऐड करना कंपलसरी है, और इस पर कोई पेनल्टी लगा सकती है।
Summaries
– सिम कार्ड पर पेपर बेस्ट केवाईसी वेरिफिकेशन 1 जनवरी 2024 से बंद होंगे।
– यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट में इन्क्रीमेंट किया गया है, विभिन्न कैटेगरीज़ में बदलाव हुआ है।
– रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया, यह 6.5% पर बना हुआ है।
– क्रेडिट कार्ड पर ऐन्युअल फी और ट्रांसफर फी पर जीएसटी बढ़ाकर 9% कर दी गई है।
– आरबीआई ने क्रेडिट कार्ड की इन्क्वाइरी पर मेल प्राप्त करने की नई गाइडलाइंस जारी की है।
– म्यूचुअल फंड में नॉमिनी ऐड करना 31 दिसंबर से पहले कंपलसरी है, इस पर पेनल्टी लग सकती है।
– आर्बीआई ने बैंक और मल्टिपल बैंक्स को क्रेडिट कार्ड रिपोर्ट की इन्क्वाइरी के बारे में मेल प्राप्त करने की सुविधा दी है।
– सिम स्वैप वाले फ्रॉड कम करने के लिए सिम कार्ड वेरिफिकेशन प्रक्रिया स्ट्रीमलाइन हो जाएगी।
– यूपीआई लिमिट इंक्रीमेंट से हॉस्पिटल और एजुकेशनल इन्स्टिट्यूशन्स की लिमिट बढ़ाकर उपयोगकर्ताओं को राहत मिलेगी।
– नॉमिनी ऐड करने में कमी के लिए म्यूचुअल फंड खाताधारकों को 31 दिसंबर तक का समय है।