संदीप रेड्डी वांगा सक्सेस स्टोरी| From Script to Silver Screen: Cinematic Triumph of Sandeep Reddy Vanga.

संदीप रेड्डी वांगा
संदीप रेड्डी वांगा

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉक पर। दोस्तों कभी भी हमें एक फ़िल्म के बिहाफ पर ये जज नहीं कर सकते कि एक डाइरेक्टर का मैनरिजम क्या है? वो किस तरह की फ़िल्में बनाता है और उसकी फिल्मों से हम क्या एक्सपेक्ट कर सकते हैं? मगर क्योंकि अब डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा अपने दूसरी कहानी के साथ तीसरी फ़िल्म लेकर आ चूके हैं, जहाँ पर हमें उनकी अब तक बनाई गई फिल्मों में कुछ सिमिलैरिटी जरूर देखने को मिल रही है। इसलिए एक डायरेक्टर के तौर पर अब इन पर बात करना आसान हो चुका है। हम बात करेंगे डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा क। जानेगे इनकी सक्सेस स्टोरी क्या रही? इनकी फिल्मों में इतना वाइलन्स क्यों रहता है?

संदीप रेड्डी वांगा आज इनकी गिनती एक स्टार डायरेक्टर के तौर पर होती है। वैसे तो इन्होंने अभी तक मात्र तीन ही फ़िल्में बनाई हैं। एक है अर्जुन रेड्डी और दूसरे हिस्से का हिंदी रीमेक कबीर सिंह और एनिमल। ये तीनों ही फ़िल्में इतनी बड़ी सक्सेस स्टोरी बनी की अर्जुन रेड्डी ने इन्हें साउथ में और कबीर सिंह और एनिमल ने हिंदी में पूरी तरह से स्थापित कर दिया।

ये तीनों फ़िल्में इस हद तक बड़ी सक्सेस रही की एक डायरेक्टर के तौर पर संदीप रेड्डी वांगा के नेक्स्ट प्रोजेक्ट पर सभी की नजरें टिक्की हुई है। इन्हें तीन फिल्मों के सक्सेस ने रणबीर कपूर और प्रभास जैसे ऐक्टर के साथ इनके लाइनअप निश्चित करें और इसके अलावा ये अल्लु अर्जुन के साथ भी एक फ़िल्म बनाने वाले हैं। कुल मिलाकर डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा के साथ हर बड़ा स्टार काम करना चाहता है।

संदीप रेड्डी वांगा के फिल्मों का प्रति नजरिया।:

संदीप रेड्डी वांगा
संदीप रेड्डी वांगा

रिसेंटली इनकी अपकमिंग मूवी ऐनिमल रिलीज हुई और ये फ़िल्म बहुत ही हिट हुई। यहाँ पर हम ऑडिएंस के नजरिया से डाइरेक्टर साहब की फिल्मों में एक कनेक्शन देख सकते हैं, जैसा कि कबीर सिंह में अपने प्यार के लिए अग्रसेन फिर चाहे वो अपने प्रेम के लिए हो या फिर अपने फादर के लिए। इनके फिल्मों में ऐंगर इश्यू रहता है और ये चीज़ कही ना कही संदीप के कैरेक्टर का ही हिस्सा है। साथ ही साथ अपनी एक बढ़िया मास अपील भी रखता है। उसमें एक गुस्सैल स्वभाव होता है। फिर चाहे वो अर्जुन रेड्डी के तौर पर विजय देवराकोंडा हो। कबीर सिंह के तौर पर शाहिद कपूर हो या फिर अपना ऐनिमल।

डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने रणबीर कपूर को जीस तरह से प्रजेंट किया है। ऐसा कोई उनको लेकर सोच भी नहीं सकता था। दोस्तों इन्हें वायलेंस पसंद है और वाइलन्स आज की तारीख में इनकी फिल्मों की यूएसपी बनती जा रही है। हालांकि अर्जुन रेड्डी में इतना वायलेंस शोकेस करने का मौका नहीं मिला था जिसकी यह पूरी कसर ऐनिमल में उतारी है। वायलेंस जब ऐक्शन का हिस्सा बनता है तो पब्लिक थिएटर में बैठकर दहल जाती है।

संदीप रेड्डी वांगा कंट्रोवर्सी

Sandeep_Reddy_Vanga


संदीप रेड्डी वांगा को भले ही अपनी पहली फ़िल्म से अपार सफलता मिली हो लेकिन पहली फ़िल्म से इन्हें काफी हेट भी मिला था। इसकी पहली वजह यह रही की ये अपने मेन प्रोडक्ट्स का जो नैरेटिव रखते हैं, ये बहुत सारे लोगों को एक्सेप्ट नहीं था, जैसे कि शराब पीकर ऑपरेशन करना और सबसे बड़ी बात फ़िल्म का हीरो हिरोइन को पर हाथ उठाता है। इसी के चलते इनकी फिल्मों को लेकर काफी बवाल हुआ था और इतना तक कहा गया कि संदीप रेड्डी वांगा की फ़िल्में बहुत ही एग्रेसिव होती है। इनमें वाइअलन्स होता है। साथ ही साथ ये फ़िल्में समाज के लिए अच्छी नहीं है।

इतना तक कहा गया कि इनकी फिल्मों में कॉन्ट्रोवर्शल रिलेशनशिप, सप्रेशन और सेल्फ डिस्ट्रक्शन जैसे चीजों को ग्लोरिफाई किया जाता है। इस पर आपका क्या कहना हैं? आप नीचे कमेंट सेक्शन में अपनी राय जरूर लिखें।

खैर, इस पर संदीप रेड्डी वांगा और अर्जुन रेड्डी फेम ऐक्टर ने कहा था कि यूथ को इस फ़िल्म से गलत चीज़ है। क्यों सीखनी है? क्या यूथ ये नहीं देख सकता की वो कितना सक्सेसफुल सर्जन था? रही बात असली वायलेंस क्या होता है? ये मैं आपको अपनी अगली फ़िल्म में दिखाऊंगा, जिसका आभास हम एनिमल मूवी में देख चुके हैं।

संदीप रेड्डी वांगा एक पाथ ब्रेकिंग डाइरेक्टर है, जो कई महीनों में ट्रेंडसेटर साबित हुए हैं। इन्होंने कई सारी दकियानूसी  चीजों को तोड़ते हुए जो ये खुद फील करते है, उसे अपनी फ़िल्म में शोकेस करते हैं। आपको बता दू इनकी पहली फ़िल्म अर्जुन रेड्डी में ऐसा बहुत कुछ था जिसके चलते कई बड़े बड़े हीरोज ने इस फ़िल्म से अपना हाथ घसीट लिया। साथ ही साथ कोई प्रोड्यूसर आगे नहीं आ रहा है ताकि वो इस फ़िल्म को प्रोड्यूस कर रहे हैं।

इनकी फ़िल्म में ड्रग्स, ऐल्कॉहॉलिजम, मेंटल हेल्थ और प्री मैच्योर सेक्शुऐलिटी जैसी चीजें थीं, जो एक स्ट्रिप के लिहाज से इंडियन फिल्मों के लिए बिल्कुल भी ईज़ी नहीं था। काफी क्रिटिसिजम के बावजूद पब्लिक ने इस फ़िल्म को काफी पसंद किया और विजय देवराकोंडा इसी फ़िल्म से एक स्टार स्टेटस पाया गया है। इस फ़िल्म के जरिए इन्होंने काफी स्टीरियो टाइप तोड़े और इसी के चलते संदीप रेड्डी को एक रिवॉल्यूशनरी डाइरेक्टर माना जाने लगा।

संदीप रेड्डी वांगा का शुरुआती जीवन

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संदीप रेड्डी वांगा का जन्म वारंगल, तेलंगाना में हुआ। ये एक रिबेलीयन टाइप के स्टूडेंट थे। वारंगल और हैदराबाद जैसे सिटीज से इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करी और आगे चलकर इन्होंने फिजियोथेरपिस्ट से अपना ग्रैजुएशन कंप्लीट किया। आपको बता दू इन्हीं एक्सप्रेस के बेसिस पर इन्होंने अर्जुन रेड्डी फ़िल्म बनाये थे। खैर आगे चलकर ये अप्रैंटिस करने के लिए विज़ग चले गए क्योंकि फ़िल्म मेकिंग में इनका शुरू से ही पैशन था। इसलिए कुछ ही समय के बाद इंटरनेशनल फ़िल्म स्कूल सिडनी चले गए और वहाँ से इन्होंने फ़िल्म मेकिंग की बारीकियां सीखीं।

इतना ही नहीं इन्होंने एफटीआइ AFTI यानी की ऑस्ट्रेलिया फ़िल्म थिएटर ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट से कई सारे कोर्स किये है। यहाँ पर इनहोने राइटिंग, डायरेक्शन और इवन एडिटिंग सीखी। दोस्तों आपको बता दू। ऑस्ट्रेलिया में ये पार्ट टाइम में सबवे बोय Subway boy के तौर पर काम किया करते थे।

खैर, बहुत ही जल्दी इन्होंने वापसी करते हुए मानसू माता फ़िल्म में असिस्टेंट के तौर पर काम किया। इतना ही नहीं इन्होंने 2010 की मूवी केड़ी और 2015 की मल्ली मल्ली ईती रानी रोजु में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया। उसके बाद इन्होंने शुगर फैक्टरी करके एक फ़िल्म बनानी चाहि जो बीच में ही बंद हो गयी।

खैर, इसके बाद इन्होंने अर्जुन रेड्डी फ़िल्म पर फोकस किया। दोस्तों आपको बता शुरुआती दिनों में सर्वानंद इस फ़िल्म के हीरो थे और वहीं इस फ़िल्म को प्रोड्यूस करने वाले थे, लेकिन डेट इश्यूज के चलते सर्वानंद इस फ़िल्म का हिस्सा नहीं बन पाए। इस बीच एक कॉमन फ्रेंड के जरिए इनकी मुलाकात विजय देवराकोंडा से हुई और उन्होंने विजय को इस फ़िल्म की कहानी सुनायी। विजय देवराकोंडा को इस फ़िल्म की कहानी काफी पसंद आयी और उन्होंने इस फ़िल्म में काम करने के लिए हामी भर दिया।

अब कहानी तैयार, डाइरेक्टर तैयार, हीरो तैयार बहुत जरूरत थी एक प्रोड्यूसर की डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा अपनी कहानी को लेकर कई प्रोड्यूसर्स के पास गए। मगर इनकी कहानी में इतनी सारी कॉन्ट्रोवर्शल चीजें थी की कोई भी प्रोड्यूसर इस फ़िल्म में हाथ नहीं डालना चाहता था। आखिरकार संदीप रेड्डी वांगा के बड़े भाई प्रणय रेड्डी वांगा और इनके फादर ने ईक्वली इन्वेस्ट करते हुए इनकी पहली फ़िल्म को फाइनांस किया। महज ₹5,00,00,000 के बजट में बनी इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ₹51,00,00,000 की कमाई करी और ये फ़िल्म बहुत बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित हुई।

इसी के साथ डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा एक हिस्ट्री क्रीएट कर चूके थे। विजय देवराकोंडा को इसी फ़िल्म से स्टार स्टेटस मिला। इतना ही नहीं संदीप रेड्डी की इस फ़िल्म को कई भाषाओं में रीमेक किया गया, जिसमें से एक थी कबीर सिंह।

अब डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने अपनी फिल्मों की राइटिंग और डायरेक्शन के साथ साथ फ़िल्म की एडिटिंग भी अपने हाथों में ले ली। ये समझ चूके थे कि फ़िल्म की कहानी और डायरेक्शन को एनहान्स करने में फ़िल्म की एडिटिंग का बहुत बड़ा हाथ होता है। टी सिरीज़ ने इस फ़िल्म के रीमेक राइट्स खरीदे और ओरिजिनल डायरेक्ट कोही इस फ़िल्म में साइन किया गया, जो इन मेकर्स के लिए फायदेमंद भी रहा। ये एक बेस्ट रीमेक निकल कर आया, जहाँ पर ओरिजिनल फ़िल्म के सारे इमोशन मौजूद थे। शाहिद कपूर ने भी तगड़ी परफॉर्मेंस दी। और यह किसी ने भी नहीं कहा कि वे अर्जुन रेड्डी से कमजोर लगे।

खैर, महज ₹60,00,00,000 के बजट में बनी इस फ़िल्म ने ₹380,00,00,000 की कमाई करी और इस फ़िल्म को ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर का टैग मिला। खैर, अर्जुन रेड्डी की तरह यहाँ पर भी डाइरेक्टर साहब की खूब आलोचना हुई थी। लेकिन फ़िल्म की सक्सेस इतनी बड़ी थी कि ये सारी बातें छिप गई।

संदीप रेड्डी वांगा अपनी फ़िल्म ऐनिमल लेकर आए हैं और दोस्तों, वाकई ये फ़िल्म काफी प्रॉमिसिंग लग रही है। इस बार संदीप रेड्डी वांगा पूरी तरह से ऐक्शन में उतरे हैं। ये एक गैंगस्टर ड्रामा फ़िल्म है, जहाँ पर फादर सन का इमोशन फ़िल्म का कोर होगा। इसके बाद ये प्रभास को लेकर स्पिरिट बनाएंगे साथ ही साथ अल्लू अर्जुन को लेकर भी एक फ़िल्म बनाने वाले हैं।

ये अपनी फिल्मों में हीरो को ग्रेट टच के साथ प्रेजेंट करते हैं। साथ ही साथ इनकी फिल्मों में वाइअलन्स और इमोशन इनका यूएसपी है। वैसे आप को संदीप रेड्डी वांगा कैसे लगते हैं, आप नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं। साथ ही साथ अर्जुन रेड्डी और कबीर सिंह में आपको कौन सी फ़िल्म ज्यादा पसंद आये तो ये भी नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर लिखे हैं। एनिमल मूवी आपको कैसी लगी? इसकी जानकारी भी नीचे कमेंट सेक्शन में जरूरत है। साथ ही साथ आपको अगर हमारा ये ब्लॉग पसंद आया हो तो कमेंट करे, आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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