RBI Saving Bond: RBI ऑफर कर रही है 8% से ज्यादा रिटर्न वाले बॉन्ड्स जो की पूरी तरह से सुरक्षित भी होंगे पूरी डीटेल जानेंगे इस ब्लॉग में। आज की ब्लॉग में हम बात करने वाले हैं RBI के बहुत ही पॉपुलर सेविंग बॉन्ड्स के बारे में एक एक करके जानते हैं। पूरी डीटेल पहले जानते हैं।
RBI Saving Bond में इंटरेस्ट रेट कितना है:
इसमें मिलने वाला इंटरेस्ट रेट कितना है? तो RBI सेविंग बॉन्ड्स में इंटरेस्ट रेट सेविंग अकाउन्ट और FD दोनों से बहुत अच्छा है। अभी इस समय इसमें जो इंटरेस्ट रेट चल रहा है वो है 8.05%। ये रेट हर छह महीने में रिसेट किया जाता है। ये इंटरेस्ट सेमी ऐनुअली पे किया जाता है यानी की इसमें जो भी इंटरेस्ट आप एर्न करेंगे वो हर छह महीने में आपको क्रेडिट कर दिया जाएगा। अब यहाँ अगर हमें इसको पोस्ट ऑफिस स्कीम से भी कंपेर करें तो उनसे भी इनका इंटरेस्ट रेट अच्छा है।
पोस्ट ऑफिस की NSC स्कीम से पॉइंट 0.35% ज्यादा इंटरेस्ट इसमें मिलता है और इसी तरह KVP या किसी भी FD और सेविंग्स अकाउन्ट से बेहतर रिटर्न्स हमें यहाँ मिलते हैं। RBI Saving Bond या कहें तो RBI बॉन्ड्स फिक्स्ड इन्कम के लिए सबसे बेहतर इन्वेस्टमेंट ऑप्शन माने जाते हैं।
सरकार की ओर से चलाई जाने वाली यह बॉन्ड स्कीम आपका पैसा सुरक्षित भी रखती है और आपको फिक्स्ड इन्कम भी देती है और अब तो आपको इस पर 8.05% जितना ब्याज भी मिल रहा है। जैसे पिछले महीने ही बढ़ाया गया है। ऐसे में आप इसमें पैसा लगाकर ज्यादा रिटर्न्स का फायदा भी पा सकते हैं।
इसमें अप्लाई करने की एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया और मिनिमम इन्वेस्टमेंट:
अब जानते हैं इसमें अप्लाई करने की एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया क्या है तो इन बॉन्ड्स में कोई भी भारतीय निवेश कर सकता है। इसमें इंडीविजुअल जॉइंट या माइनर अकाउन्ट ओपेन करवाया जा सकता है। हालांकि माइनर अकाउन्ट को पेरेंट्स ही ऑपरेट कर सकते हैं। अब जानते हैं कि इसमें आप मिनिमम इन्वेस्टमेंट कितनी कर सकते हैं।
तो इस बॉन्ड में आप मिनिमम ₹1000 से इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं और सारे इन्वेस्टमेंट 1000 के मल्टीप्ल में ही होने चाहिए। तो आप जो भी इन्वेस्टमेंट करेंगे वो 2000, 5000 10,000 50,000 ऐसे ही होने चाहिए। इसमें आप 1500 या 25,000 टाइप इन्वेस्टमेंट नहीं कर सकते हैं।
Maturity Period क्या है:
अब जानते हैं इसके मेच्युरिटी पीरियड के बारे में। तो इस बॉन्ड का लॉक इन पीरियड है साथ साथ और उससे पहले आप इसे विड्रॉ नहीं कर सकते। लेकिन अगर किसी सीनियर सिटीजन ने ये बॉन्ड इश्यू कराया है तो उन्हें इसमें प्री मेच्युर विथड्रॉयल का ऑप्शन मिल जाता है, जिसकी कुछ कंडीशन्स है। अगर किसी की उम्र 60 और 70 के बीच है तो उन्हें 6 साल बाद 70 से 80 के बीच है तो उन्हें 5 साल बाद और अगर 80+ है तो उन्हें 4 साल बाद बॉन्ड को विड्रॉ करने की परमिशन मिल जाती है। चलिए थोड़ा इसको कैलकुलेट करके भी देख लेते हैं।
उसके लिए हमने एक एक्सेल शीट बनाई है, आपको उसे समझाते हैं जैसे यहाँ पहले इन्वेस्टमेंट पूछा जा रहा है। मान लीजिए हम 50,000 इन्वेस्ट करना चाह रहे हैं इन्ट्रेस्ट रेट है 8.05% ड्यूरेशॅन है 7 साल और इंटरव्यू चुनते हैं दो क्योंकि जैसे मैंने बताया कि ये इन्ट्रेस्ट सेमी पे किया जाता है। टोटल अमाउंट बन गया I
NR 86,875 और इसमें इन्ट्रेस्ट बना INR 36,875 का थोड़ा अमाउंट और बढ़ा कर देखते हैं। 10,00,000 करने पर हमारा टोटल अमाउंट बन गया INR 1,737,513 और जिसमें इन्ट्रेस्ट बना INR 737,513 का इसी तरह आप अपनी इन्वेस्टमेंट के हिसाब से कैलकुलेशन करके देख सकते हैं।
Tax Benefits :
अब जानते हैं इसके टैक्स बेनिफिटस के बारे में तो इसकी में कोई भी टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता। इसमें जो भी इन्ट्रेस्ट आप एर्न करते हो वो टैक्सेबल होता है। अगर आप किसी भी टैक्स लैब में नहीं आते तो आप टैक्स के दायरे में नहीं आओगे। लेकिन अगर आप किसी टैक्स लैब में आते हो तो ये इन्कम उसमें ऐड हो जाएगा और उतना टैक्स आपको देना होगा।
Bonds परचेस कैसे करे:
अब जानते हैं कि ये बॉन्ड्स आप परचेस कैसे कर सकते हो तो ये आप किसी भी नेशनलाइज़्ड बैंक या पब्लिक सेक्टर बैंक में जाकर अप्लाई कर सकते हो। इसके लिए ऐप्लिकेशॅन ऑनलाइन या ऑफलाइन कहीं से भी आप दे सकते हैं। इसमें डाक्यूमेंट्स में भी बेसिक डाक्यूमेंट्स रिक्वायर्ड होते हैं जैसे फोटो, आधार, पैन वगैरह। तो इन्हीं सिंपल स्टेप से आप RBI सेविंग बॉन्ड्स में अप्लाई कर सकते हो।
इसके साथ ही साथ RBI सेविंग बॉन्ड्स आपको इलेक्ट्रॉनिक फर्म में इश्यू किए जाते हैं, जिससे हम BLA यानी कि बॉन्ड लेज़र अकाउन्ट कहते हैं। इसके साथ ही साथ और भी कुछ बातें जो ध्यान देने वाली हैं वो ये हैं पहले ये की ये बॉन्ड सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड करने के लिए एलिजिबल नहीं होते।
इसके साथ सिर्फ बॉन्ड होल्डर ही इसमें नॉमिनी फाइल कर सकते हैं और एक बहुत जरूरी बात की ये बॉन्ड ट्रांसफर नहीं किए जा सकते। सिर्फ बॉन्ड होल्डर की डेथ के केस में ही ये बॉन्ड ट्रांसफर किए जा सकते हैं और वो भी सिर्फ नॉमिनी को।
Bonds में निवेश क्यों करना चाहिए:
अब जानते हैं इसमें निवेश क्यों करना चाहिए? पहला ये की क्योंकि ये बॉन्ड RBI जारी करती हैं तो ये सेफ होते हैं और दूसरा ये की इंडिया में बॉन्ड मार्केट बहुत अंडररेटेड हैं, जबकि इसका स्कोप बहुत ज्यादा हैं और तीसरा बेहद जरूरी रीसन ये हैं की इसमें मिलने वाला इन्ट्रेस्ट रेट ऐफ़ डी और सेविंग्स अकाउन्ट से बेहतर होता हैं तो ये काफी बेहतर सरकारी स्कीम्स हैं, निवेश करने के लिए हैं और फिक्स्ड इन्कम पाने के लिए। आपको ये स्कीम कैसी लगी हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएगा।