परिवारवादी: नमस्कार दोस्तों, नेपोटिस्म यानी कि परिवारवाद दोस्तों ये एक ऐसी चीज़ है जो आपको हर फील्ड में देखने को मिलती है। कहीं पर कम तो कहीं पर ज्यादा। इसलिए हम कभी भी नेपोटिस्म से भाग तो नहीं सकते। फ़िल्म इंडस्ट्री में ये वर्ड काफी चलन में है। स्पेशल साउथ का हर बड़ा ऐक्टर अपनी एक लेगसी लेकर आता है। साउथ में वैसे तो मेजोरिटी में नेपोकीड्स को अच्छा सपोर्ट मिला है।
और उन मोस्टली ऐक्टर्स ने अपनी लेगसी को बहुत अच्छे से आगे बढ़ाया भी है लेकिन वहाँ पर भी कुछ ऐसे ऐक्टर है जिन्हें ऑडिएंस ने पूरी तरह से नकार दिया। आज हम ऐसे ही साउथ ऐक्टर्स की बात करेंगे।
परिवारवादी अखिल अक्कीनेनी:
आज की तारीख में साउथ के जब भी कभी नेपोटिस प्रॉडक्ट की बात होती है तो उसके ब्रांड एम्बेसेडर होंगे अखिल अकीनेनी
अखिल अक्कीनेनी की रूट्स ए एन आर फैम्ली से बिलौंग करती हैं अक्कीनेनी नागेश्वर राव अपने जमाने में सीनियर एन टी आर के साथ तेलुगु इंडस्ट्री के दो मेजर पिल्लर माने जाते थे। इसके बाद इनके बेटे नागार्जुन ने लेट 1980 1990 और अर्ली 2000 के दसक तक अपने पिता की लीगसी को खूब आगे बढ़ाया। ठीक उसी तरह नागार्जुन के दोनों बेटों ने अक्कीनेनी फैम्ली की लेगसी को बढ़ाने की खूब कोशिश करी।
इसमें इनके बड़े बेटे नागा चैतन्य ने तो बीते कई सालों में अपनी लैंडमार्क फिल्मों और अपनी परफॉरमेंस से अपना एक सॉलिड फेन बेस्ड बना लिया है, मगर नागार्जुन के छोटे बेटे अक्कीनेनी ने अपनी कोई खास जगह बना नहीं पाए हैं और वे अभी भी तेलगु इंडस्ट्री में अपने स्थान को एस्टाब्लिश करने में लगे हुए हैं।
अब तक इन्होंने चार फिल्मों में एस ए लीड हीरो काम किया। इसमें 2021 की मोस्ट एलिजिबल बैचलर ही वो फ़िल्म थी जिसने तेलुगु बॉक्स ऑफिस पर ठीक ठाक परफॉर्म करके दिखाया।
वरना अक्कीनेनी और उनकी सारी की सारी फिल्मों को सिर्फ क्रिटिसाइज़ ही किया गया है। अक्कीनेनी को अब तेलुगु इंडस्ट्री का टाइगर श्रॉफ मान सकते है। अच्छी बॉडी है, अच्छे लुक है लेकिन फ्लैट एक्सप्रेशन के साथ अपनी परफॉरमेंस से कभी भी ऑडिएंस को इम्प्रेस नहीं कर पाते।
परिवारवादी अल्लू सीरीस:
अगले ऐक्टर है अल्लू सीरीस ये अल्लू अर्जुन के छोटे भाई है। साथ ही साथ अल्लू और कोनिडेला फैम्ली के ओनली ऐक्टर है जो फिल्मों में कोई खास पहचान बना नहीं पाए। अगर आप देखे तो चिरंजीवी के बाद पवन कल्याण, अल्लू अर्जुन, रामचरण, साईं, धरम तेज़ और वैष्णव तेज़ जैसे सभी ऐक्टर्स ने तेलगु इंडस्ट्री में ठीक ठाक पहचान बना ली है।
मगर अल्ल्लू सीरीस को लेकर मार्केट में किसी भी तरह की हाइप नहीं बनी। ऐसा लगता है कि मानो ऑडिएंस ने इन्हें एस ए लीड हीरो एक्सेप्ट करने से पूरी तरह से इनकार कर दिया। मेरे हिसाब से इसका मेजर फॅक्टर है। इनका लुक एक तो इनकी पर्सनालिटी अल्लू अर्जुन से बहुत हद तक मिलती है साथ ही साथ इनके चेहरे पर स्टार फॅक्टर बिल्कुल भी है ही नहीं। आप खुद गौर करिए कि अल्लू सीरीस की फ़िल्म को देखते हुए आपको ये बिल्कुल भी एहसास नहीं होगा कि आप किसी दूसरे ऐक्टर की फ़िल्म देख रहे हो। आपको पूरी फ़िल्म के दौरान ये लगता रहेगा कि आप अल्लू अर्जुन के
भाई की फ़िल्म देख रहे हो और थ्रूआउट दी फ़िल्म ये अपनी कोई अलग इंडीविजुअल पर्सनालिटी बना भी नहीं पाते। हो सकता है अल्लू अर्जुन के भाई के चलते आप इन्हें पसंद करते हो लेकिन अल्लू सीरीस साउथ इंडस्ट्री के एक आउट एंड आउट नेपो प्रॉडक्ट है।
दोस्तों आपको बता दूं अल्लू अर्जुन के भाई होने के चलते इन्हें थोड़ी लाइमलाइट मिलती है। अदर्वाइज़ इनमें टैलेंट ना के बराबर है। इन्होंने अब तक एक दशक में टोटल आठ फिल्मों में एस ए लीड हीरो काम किया। इसमें से कोई भी फ़िल्म को आप उंगलियों पर गिन नहीं सकते।
परिवारवादी बेलमकुंड साईं श्रीनिवास:
अगले ऐक्टर हैं बेलमकुंड साईं श्रीनिवास दोस्तों सिर्फ हीरो का बेटा होना नेपोटिस् नहीं कहलाता बेलमकुंड साईं श्रीनिवास भी एक नामी प्रोड्यूसर के बेटे हैं। इस लिहाज से इनकी गिनती भी नैपो किड्स में ही होगी। ये बेलमकुंडा सुरेश के बेटे हैं। यूं तो बेलमकुंडा साईं श्रीनिवास ने 2014 की फ़िल्म अल्लू सिरु से अपना डेब्यू किया था, लेकिन आज की तारीख तक ये कोई भी मेजर बेंचमार्क फ़िल्म डेलिवर नहीं कर पाए हैं।
इन्हें तेलगु इंडस्ट्री का एक्सप्रेशन लेस्स ऐक्टर बताया जाता है। दोस्तों, इन्होंने अब तक नौ फिल्मों में एस ए लीड हीरो काम किया जीस पर से मोस्टली फ़िल्म में बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली। आज की तारीख में बेलमकुंड साईं श्रीनिवास को एक फ्लॉप ऐक्टर के तौर पर कंसिडर किया जाता है, लेकिन इनके इससे अच्छी बात ये है की बेलमकुंडा साईं श्रीनिवास एक ऐसे फ्लॉप हीरो है जिनकी हिंदी डब फिल्मों को यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखा गया है।
दोस्तों एक समय पर यूट्यूब पर इनकी फिल्मों के व्यूस देखकर ऐसा माना जा रहा था कि बेलमकुंडा साईं श्रीनिवास की पॉपुलैरिटी नॉर्थ बेल्ट में अल्लू अर्जुन से भी ज्यादा है। इसी के चलते इन्होंने छतपति फ़िल्म से हिंदी बेल्ट में अपना डेब्यू किया। लेकिन ये फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर एपिक डिजास्टर रही। इसी के बाद से ऐसा समझा जा सकता है कि हमें यूट्यूब पर व्यूस देखकर किसी भी स्टार की पॉपुलैरिटी को आकना नहीं चाहिए।
परिवारवादी मनोज मंचू:
अगले ऐक्टर हैं मनोज मंचू दोस्तों ये मोहन बाबू के छोटे बेटे और विष्णु मंचू के छोटे भाई हैं। यूं तो ये दोनों ही मंचू ब्रदर्स का कोरियोग्राफ कुछ बहुत अच्छा नहीं हैं, लेकिन विष्णु मंचू तो फिलहाल अभी भी फिल्मों में अक्टिव हैं, लेकिन मनोज मंचू की फ़िल्म ने पारी पूरी तरह से समाप्त हो चुकी हैं। चार 5 साल हो चूके हैं। ये किसी भी फ़िल्म में एस ए लीड हीरो नजर नहीं आये। इन्होंने 17 फिल्मों में एस ए लीड हीरो काम किया। इसमें से इनकी कोई भी फ़िल्म मेजर इम्पैक्ट नहीं डाल पाई और धीरे धीरे मनोज मंचू का मार्केट खत्म होता गया।
आज ये साउथ के खराब नेपोटिस के प्रॉडक्ट के तौर पर प्रूफ हो चूके हैं।
परिवारवादी नंदामुरी कल्याण राम:
दोस्तों वैसे अगर आपको कोई दर्जन भर फिल्मों में हीरो बना दे और आप किसी इंडस्ट्री के बड़े खानदान से हो तो शायद कोई ना कोई फ़िल्म आपकी चल ही जाएगी। इसलिए आगे मैं जीस ऐक्टर का नाम लेने जा रहा हूँ। उसके बाद मुझे काफी क्रिटिसाइज़ किया जाएगा। लेकिन ये सच है कि नंदा मुरी कल्याण राम एन टी आर फैम्ली के लिए टेलेन्टेड और सबसे खराब नेपो प्रॉडक्ट है। अपने 20 साल के फिल्मी करियर में इन्होंने 22 फिल्मों में काम किया, जिसमें से इनकी मेजोरिटी फिल्मों बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। हालांकि 118 और बिंबिसारा
बॉक्स ऑफिस पर कमर्षियल सक्सेसफुल हुई है, इसलिए इनको लेकर मार्केट में परसेप्शन चेंज तो हुआ है लेकिन मैं ऐसा समझता हूँ कि दो फिल्मों का चलना पुरानी दर्जन भर फिल्मों के बोझ को साफ नहीं कर सकता।
नंदामुरी कल्याण राम अपने थ्रूआउट दी करियर ना ही लुक वाइज और ना ही परफॉरमेंस वाइज हमें इम्प्रेस कर पाते हैं सिवाय बिंबिसारा को छोड़कर। ये तो एन टी आर फैम्ली का इतना वर्चस्व है जिसके चलते ये इतने लम्बे समय तक टिक पाए हैं।
परिवारवादी ध्रुवा विक्रम:
अगले जो ऐक्टर हैं किड्स के प्रॉडक्ट में नहीं रखते, क्योंकि इन्होंने अभी तक मात्र तीन ही फिल्मों में काम किया है, लेकिन इन्हें बहुत जल्द खुद को प्रूफ करना होगा। अदर्वाइज़ आगे चल के इनकी गिनती साउथ के एक खराब और फेल्ड नेपोटिज़्म ऐक्टर के तौर पर होगी।
ये ऐक्टर है ध्रुवा विक्रम। इनकी जितनी बुरी शुरुआत हुई है शायद ही किसी स्टार के बेटे की इस तरह से शुरुआत हुई होगी। इन्होंने अर्जुन रेड्डी के तमिल रीमिक्स से अपना डेब्यू किया।
उस समय इस फ़िल्म को तमिल इंडस्ट्री के नामी डाइरेक्टर बाला डायरेक्ट कर रहे थे। डाइरेक्टर बाला इस फ़िल्म को अपने तरीके से बनाना चाहते थे। इसी के चलते फ़िल्म के डाइरेक्टर और प्रोड्यूसर में क्रियेटिव डिफरेंस आ गया। आगे चलकर डाइरेक्टर को रेप्लस करते हुए इनका आदित्य वर्मा नाम की फ़िल्म से डेब्यू कराया गया।
ये फ़िल्म अर्जुन रेड्डी की रीमिक्स थी, जो बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली। अगले साल डाइरेक्टर बाला ने वर्मा नाम का इस फ़िल्म का अपना वेरिएंट रिलीज़ कर दिया, जो की अगेन अर्जुन रेड्डी की ही रीमिक्स थी। मतलब आप सोचिए की चियान विक्रम का बेटा जिसने बेक टु बेक दो फिल्मों में काम किया
और ये दोनों ही फिल्मों अर्जुन रेड्डी की रीमेक थी और ये दोनों ही फिल्मों बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप रही। ध्रुवा विक्रम को अपनी डेब्यूट फ़िल्म के साथ ह्यूज क्रिटिज्म मिला। ये तो लास्ट्ली ये महान फ़िल्म में नजर आए जहाँ पर इन्होंने ढंग का काम करके ऑडिएंस को इम्प्रेस किया है। अब ध्रुवा विक्रम के लिए जरूरी हो चुका है कि वे नेक्स्ट जीस भी फ़िल्म में काम करें। वो कमर्षियल सक्सेसफुल हो अदर्वाइज़ प्रोड्यूसर्स का इनके ऊपर से विश्वास उठ जाएगा और इनकी गिनती भी साउथ इंडस्ट्री के खराब नेपोटिस प्रॉडक्ट के तौर पर हो सकती है।
ये तो रहे वो ऐक्टर जिनसे आप आज की तारीख में रेलेवेंट महसूस कर सकते हो वही कुछ ऐक्टर ऐसे भी है जिन्हें आप साथ जानते नहीं होंगे। फॉर एग्ज़ैम्पल एन टी आर फैम्ली में जूनियर एन टी आर के पिता जी हाँ, जूनियर एन टी आर के पिता को बॉक्स ऑफिस पर सक्सेस नहीं मिली। जब की उनके छोटे भाई नंदमुरी बाला कृष्णा तेलुगु इंडस्ट्री के सुपर स्टार बने सेम उसी तरह राजकुमार फैम्ली की बात करे तो मेगा स्टार राजकुमार के बाद उनके बेटे शिवा, राजकुमार और पुनीत राजकुमार ने उनकी लेगसी को काफी अच्छे से बढ़ाया। हालांकि उनके मंजिल बेटे राघवेंद्र रविचंद्रन को बॉक्स ऑफिस पर कोई खास सक्सेस नहीं मिली।
इन शॉर्ट ऐसा नहीं है कि सारे नेपोटिस के प्रॉडक्ट को पब्लिक ने सपोर्ट किया है। कुछ ऐक्टर्स ऐसे भी रहे जिन्हें ऑडिएंस ने पूरी तरह से रिजेक्ट कर दिया। खैर, ये रहा आज का हमारा स्पेशल ब्लोग। आपको हमारा ये ब्लॉग कैसा लगा? आप नीचे कमेंट सेक्शन में अपनी राय जरूर दें। साथ ही साथ नेक्स्ट अब आपके इस टॉपिक पर ब्लोग देखना चाहते हैं ये भी नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर आपका बहुत बहुत धन्यवाद।