आर्टिकल 370: तो क्रॅक मूवी देखने के बाद मैं गया था आर्टिकल 370 मूवी देखने जिसे कुछ लोग रियलिटी बोल रहे हैं तो कुछ लोग प्रोपोंडा। मैं कहूंगा ये एक ऐसा कॅन्टेंट है जिसमें रियलिटी बेस्ड स्टोरी है। तो आर्टिकल 370 मूवी कैसी है? आइए बात करते हैं।
आर्टिकल 370 मूवी कैसी है:
मूवी शुरू होने से पहले जो डिस्क्लेमर आता है उसमें साफ साफ लिखा गया है। ये मूवी रियल लाइफ स्टोरी से इंस्पायर्ड तो है बट क्रियेटिव लिबर्टी के चलते बहुत कुछ नाटकीय तरीके से शूट किया गया है जिसमें 2015 से 2019 तक की स्टोरी लाइन है और इस स्टोरी लाइन को प्रोपरली चॅप्टर वाइज अनफोर्ड किया जाता है। एग्ज़ैक्ट्ली छह चॅप्टर जिसमें हर किसी की अक्टिंग इतनी बढ़िया है की सबसे पहले तो कास्टिंग डाइरेक्टर की वाहवाही करने का मन करता है कि सभी कैरेक्टर ऑन पॉइंट है एंड सभी ने अपने अपने किरदार को बड़ी शिद्दत से निभाया है।
आर्टिकल 370 में यामी गौतम का काम:
यामी गौतम एस जुनी। ब्रिलियंट परफॉरमेंस जीस तरह से कुछ एक जगह यामी ने लॉन्ग मोनोलॉग टाइप डायलॉग्स बोले हैं। जीस तरह से फियर सी अक्शॅन डेलिवर किया हैं और जीस तरह से गुस्से और एग्रेसिव सिचुएशन को हैंडल किया हैं। आई मस्ट से शी इस वॅन ऑफ़ दी बेस्ट ऐक्टर ऑफ़ फ़िल्म इंडस्ट्री या ये भी कह सकते हैं की यामी ने इस मूवी में अपना सबसे बेस्ट दिया हैं।
आर्टिकल 370 मूवी प्लॉट:
ये मूवी एक पोलिटिकल थ्रिलर ड्रामा मूवी हैं जिसमे मास मसाला, ग्लैमर, फालतू के जोक्स या फालतू के डायलॉग्स, ऐसा कुछ एक्सपेक्ट मत करना। ये मूवी स्लो पेस्ट हैं जिससे आपको लगेगा की मूवी थोड़ी लंबी खींची जा रही हैं। पर जीस बात को डीटेल में दिखाया जाता है उसको टाइम तो लगता है ना बॉस।
अब मुझे लगा था कि टॉपिक Articles 370 का है। फ़िल्म में मोदी सरकार दिखाई गई है तो शायद अयोध्या राम मंदिर का भी डिस्कॅशन थोड़ा सा दिखाया जाएगा। बट आई थिंक वो इर्रेलेवेंट हो जाता। पर इस राम मंदिर से याद आया कि ये आर्टिकल देखा है आप लोगों ने? इस आर्टिकल की माने तो अयोध्या राम मंदिर की प्रिडिक्शन 2017 में ही हो गई थी।
आर्टिकल 370 रियल स्टोरी है लेकिन:
ये फ़िल्म है 2 घंटे 40 मीनीट की है जिसका फर्स्ट हाफ स्टोरी को जहाँ सेट अप कर रहा है वही सेकंड हाफ अग्रेसिवली आगे बढ़ता है जहाँ पोलिटिकल ड्रामा के साथ साथ आपको पुलवामा अटैक, कश्मीर में चलते पथराव और आतंकवादी इरादों के बारे में भी बताया जा रहा है कि कैसे उन्हें पैसे देकर पथराव वगैरह किया जाता था। कैसे कॉन्स्टिट्यूशन के पन्नों में छेड़खानी की गई थी? और एग्ज़ैक्ट्ली आर्टिकल 370 किस बुनियाद और किस तरह से हटाया गया वो डीटेल में आपको देखने को मिलेगा।
हाँ स्टार्टिंग में अजय देवगन का ऑलमोस्ट 3 मिनट का एक वौइस् ओवर प्रोलॉग है, जो आर्टिकल 370 के पीछे की कहानी को और भी आसान कर देता है, जो अक्चवली यूट्यूब पर भी ऑफिशियली अवेलेबल है एंड ये फ़िल्म उन लोगों के लिए भी है जिनको आर्टिकल 370 क्या है ये मालूम ही नहीं था। तो करेक्ट इन्फॉर्मेशन के लिए ये मूवी आप देख सकते हो। अब देखो ये करेक्ट कितना करेक्ट है, ये तो मैं नहीं जानता ऑनेस्ट्ली क्योंकि क्रियेटिव लिबर्टी के चलते बहुत सी चीजें फिल्मी या फिक्शनल भी हो जाती है।
आर्टिकल 370 ऑडियंस को कैसे लगी?
फ़िल्म की खासियत ये है की ये अपने टॉपिक पर बनी रहती है। आपको भटकाने की कोशिश कहीं से भी नहीं करती। इसका म्यूसिक बहुत बढ़िया है। इस फ़िल्म के करैक्टर्स एंड उनके अक्टिंग परफॉरमेंस बढ़िया है। बट मूवी बहुत स्लो है या स्लो फील होगी। वैसे आपको बता दू की इस फ़िल्म के साथ क्रॅक मूवी भी रिलीज़ हुई है जिसमे थिएटर खाली जा रहे है। ऐट दी सेम टाइम मेरे यहाँ नागपुर की अगर मैं बात करूँ तो आर्टिकल 370 के लिए थिएटर ऑलमोस्ट हाउसफुल हो चूके है।
सारे के सारे एंड दट्स शो कि लोगों को या तो हार्डकोर मांस मसाला वाली मूवी चाहिए, जिसमें बड़े ऐक्टर्स हो, लाइक जवान पठान अनिमल या रियलिटी बेस्ड मूवी जो कंट्रोवर्शियल हो लाइक, कश्मीर फाइल्स बहुत चली थी। केरला स्टोरी बहुत ज्यादा चली। अब इस फ़िल्म को लेकर कंट्रोवर्सी होती है की नहीं ये तो नहीं पता बट अगर आपको पोलिटिकल ड्रामा देखना पसंद है तो ये मूवी आप देख सकते हो वो भी फैम्ली के साथ।
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आर्टिकल 370 का पूरा ब्लॉग संक्षिप्त में पढ़िए:
1. **मूवी की शुरुआत से पहले डिस्क्लेमर में स्पष्ट है कि यह रियल लाइफ स्टोरी से प्रेरित है, लेकिन क्रिएटिव लिबर्टी के चलते कुछ नाटकीय तरीके से शूट किया गया है।**
2. **मूवी 2015 से 2019 तक की स्टोरी लाइन के साथ है और इसे छह चॅप्टर में अनफोर्ड किया गया है, हर किसी की अद्भुत अभिनय के साथ।**
3. **यामी गौतम का काम उदाहरणीय है, उनकी ब्रिलियंट परफॉरमेंस ने फिल्म को एक नया दिमाग दिया।**
4. **मूवी को देखकर आपको एक पोलिटिकल थ्रिलर ड्रामा और विस्तृत आर्टिकल 370 की जानकारी मिलेगी।**
5. **फिल्म ने पुलवामा अटैक, कश्मीर में पथराव और आतंकवादी इरादों को भी बताया है।**
6. **फ़िल्म का म्यूजिक बहुत बढ़िया है और करैक्टर्स की अभिनय प्रदर्शनी उत्कृष्ट है।**
7. **फिल्म की स्लो पेस्ट और लंबी दौड़ दूर करने के लिए आपको धैर्य की आवश्यकता होगी।**
8. **अजय देवगन का प्रोलॉग फिल्म को और भी समझदार बनाता है, जो नए दर्शकों के लिए उपयुक्त है।**
9. **मूवी को देखने के बाद क्रॅक मूवी के साथ तुलना में यह थिएटरों में अच्छी प्रतिस्थापन हासिल कर रही है।**
10. **फ़िल्म को पसंद करने वालों के लिए यह एक अच्छा पोलिटिकल ड्रामा है, जो आपको रियल स्टोरी के साथ जोड़ता है।**
आर्टिकल 370 मूवी से संबंधित सामान्य प्रश्न (FAQs):
1. **क्या मूवी रियल स्टोरी पर आधारित है?**
– हाँ, आर्टिकल 370 मूवी रियल लाइफ स्टोरी से प्रेरित है, लेकिन क्रिएटिव लिबर्टी के चलते कुछ नाटकीय तरीके से शूट की गई है।
2. ** मूवी की लंबाई और कहानी कैसी है?**
– आर्टिकल 370 मूवी की लंबाई लगभग 2 घंटे 40 मिनट है, और कहानी पहले हाफ में सेटअप करती है, और दूसरे हाफ में पोलिटिकल ड्रामा के साथ पुलवामा अटैक, कश्मीर में पथराव, और आतंकवादी इरादों को बताती है।
3. **यामी गौतम का काम कैसा है?**
– यामी गौतम का काम ब्रिलियंट है, उनकी परफॉरमेंस में विशेषज्ञता है और वे फिल्म में अपना सबसे बेस्ट दिखा रहे हैं।
4. ** मूवी की ऑडियंस को कैसा लगा?**
– फ़िल्म को लेकर ऑडियंस ने इसे टॉपिक पर बनी होने और अच्छे करैक्टर्स के लिए सराहा है, लेकिन मूवी स्लो है और इसमें सामान्यत: कंट्रोवर्सी नहीं है।
5. **क्या इसमें किसी विशेष विवादित टॉपिक पर बात है?**
– फ़िल्म में आर्टिकल 370 के पीछे की कहानी को बताया जाता है, और मोदी सरकार और अयोध्या राम मंदिर का डिस्कशन थोड़ा सा हो सकता है।
6. **क्या फिल्म क्रॅक और आर्टिकल 370 में कोई मुकाबला है?**
– हाँ, दोनों फिल्में रिलीज़ हो चुकी हैं, लेकिन आर्टिकल 370 को थिएटर में अच्छा प्रतिसाद मिला है, जबकि क्रॅक की स्थिति कुछ ठंडी है।