दुनिया ने भी अब इस बात को मान लिया है कि अगर भारतीय लोग कुछ ठान लेते हैं तो उसे करके अवश्य ही दिखाते हैं, फिर चाहे परिस्थितियां उनके कितनी भी विपरीत क्यों ना हो। अश्नीर ग्रोवर भी एक ऐसे ही एग्ज़ैम्पल हैं जिन्होंने परिस्थितियों से लड़ते
हुए सफलता की बुलंदियों को छुआ।
बता दे की भारत में के पूर्व संस्थापक के तौर पर जाने जाने वाले अश्नीर ग्रोवर टी वि पर आने वाले लोकप्रिय शार्क टैंक इंडिया रियलिटी शो के भी जज रहे चूके हैं। ये कार्यक्रम स्टार्ट अप इंडिया को पेश करने के लिए और स्टार्ट अप इंडिया के लिए फंड इकठ्ठा करने के लिए बेस्ट प्लेटफार्म माना जाता है। तो चलिए जानते हैं अश्नीर गोबर की स्टार्ट अप की कहानी।
अश्नीर ग्रोवर की शुरुआती कहानी:
अशनी का जन्म 14 जून को नई दिल्ली में स्टेबल फैमिली में हुआ था जो की काफी पढ़ा लिखा परिवार था। उनके पिताजी ने चार्टर्ड अकॉउंटेंट की पढ़ाई पूरी की है, वही इनकी माता भी बच्चों को पढ़ाने का काम करती थी। यही वजह है की इन्होंने बचपन से ही पैसों की तंगी का सामना नहीं करना पड़ा। आई आई टी दिल्ली कॉलेज टु सिविल इंजीनियरिंग में बी टेक की डिग्री को हासिल की और उसके बाद 1 साल के लिए पढ़ाई करने के लिए फ्रांस में मौजूद एसा लियॉन्स यूनिवर्सिटी चले गए।अश्नीर का सीलेक्शन एक एक्स्चेंज स्टूडेंट के रूप में हुआ।
इंटरनेशनल कंपनी में काम :
अपनी पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद एक इंटरनेशनल कंपनी में काम करने के सपने को पूरा करने के लिए ये वापस भारत आ गई और इन्होंने अहमदाबाद में मौजूद IIM मे एडमिशन लिया और यहाँ से इन्होंने मास्टर ऑफ़ बिज़नेस अड्मिनिस्ट्रेशन की डिग्री साल 2016 में हासिल की।
इंटरव्यू देने के बाद इन्हें सबसे पहली नौकरी कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में प्राप्त की और इन्होंने यहाँ पर तकरीबन 7 साल तक नौकरी की।
उसके बाद साल 2013 आया जब ये अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी में कॉर्पोरेट डेवलपमेंट के डाइरेक्टर के तौर पर भर्ती हुईं, लेकिन इनके मन में हमेशा से ही अब तक खुद का स्टार्ट अप शुरू करने का ख्याल आता रहता था और इसीलिए इन्होंने अमेरिकन एक्सप्रेस को छोड़ दिया।
अश्नीर ग्रोवर का ग्रोफर में शामिल होना:
बाद में एक ग्रोफर्स में भर्ती हो गए। हालांकि इस बीच जो सपोर्ट इन्हें अपने माता पिता से मिलना चाहिए था तो इन्हें अपने माता पिता से नहीं मिला क्योंकि इनके माता पिता चाहते थे ये कोई ऐसी नौकरी करे। उसमें जो फ्यूचर सिक्योर हो लेकिन की पत्नी ने इनका पूरा साथ दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अपने सपनों को ये जरूर पूरा कर सकते हैं और उनके सपनों को पूरा करने में वो हर प्रकार से उनके साथ है।
ग्रोफर में शामिल होने के बाद धीरे धीरे उन्होंने ऐसे लोगों को अपने साथ इकट्ठा करना शुरू किया जो इन्वेस्टमेंट करने के लिए इच्छुक थे।
अश्नीर ग्रोवर शुरू से ही अपने खुद का स्टार्ट अप करना चाहते थे और स्टार्ट अप शुरू करने के लिए ऐसे लोगों की ही जरूरत पड़ती जो इनके स्टार्ट अप में पैसा लगाते हैं।
इसी के साथ साथ ये ग्रोफर में नौकरी भी करते रहे और अंत में इन्होंने 1 दिन ग्रोफर कंपनी को छोड़ने का निर्णय लिया। ग्रोफर कंपनी छोड़ने के बाद पी सी ज्वेलर्स लिमिटेड में इन्होंने सात 2017 में पी सी ज्वेलर्स काम किया, यहाँ पर इन्होंने पी सी ज्वेलर्स कंपनी को पेमेंट की स्ट्रेटेजी को डेवलपमेंट करने में काफी मदद की।
अश्नीर ग्रोवर को “भारत पै” का आईडिया आया :
यही से इन्हें “भारत पै” का आईडिया आया। जब “भारत पै” की स्टार्टिंग की गई, तब इनके पास अपने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए भी पैसे नहीं थे, ऐसी अवस्था में इनकी पत्नी भी इनकी कंपनी में शामिल हो गई और उन्होंने बैंकिंग HR आर तथा आर्थिक मनेजमेंट से संबंधित कई चीजों पर कंट्रोल किया। हालांकि फिर भी इन्हें काफी मुश्किल हो रही थी, लेकिन इन्हें एक ही साल के अंदर काफी बड़ी सफलता हासिल की।
“भारत पै” को लॉन्च कर दिया
साल 2018 में उन्होंने 20 कर्मचारियों के साथ “भारत पै” को लॉन्च कर दिया और अगले 1 साल में इनके कर्मचारी की संख्या 20 से बढ़कर 500 हो गई। साथ ही साथ इन्होंने दिल्ली, मुंबई, पुणे, बैंगलोर जैसे शहरों में “भारत पै” के ऑफिसेस भी खोल दीये।
तो ये थी कहानी “भारत पै” की फाउंडर अश्नीर ग्रोवर की। ऐसे ही प्रेरणादायक कमाल ब्लोग के लिए देखते रहे और हमसे जुड़े रहे yoqyowin.com पर।